वाराणसी। विश्व मधुमेह दिवस की पूर्व संध्या पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन वाराणसी शाखा, रोटरी क्लब, जुवेनाइल संस्था के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को लहुराबीर से डायबिटिक बच्चों ने जनजागरूकता के लिए रैली निकाली। रैली में बच्चों के परिजन, चिकित्सक और संस्थाओं के पदाधिकारी शामिल थे। रैली के बाद आईएमए के सभागार में बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। शानदार प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया गया।
संगोष्ठी में दूरदर्शन के कार्यक्रम अधिशासी और प्रख्यात बांसुरी वादक डा. आरके श्रीनिवासन ने कहा कि मधुमेह महामारी न बनने पाए, इसके लिए जनजागरण जरूरी है। इस पर नियंत्रण के लिए गंभीरता से सोचना होगा। इससे बचाव के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना जरूरी है।
बीएचयू इंडोक्राइन विभाग के प्रोफेसर और जुवेलाइन डायबिटिक क्लब के संरक्षक डा. एसेक सिंह ने कहा कि यहि अभिभावक जागरूक रहेंगे तो इस बीमारी पर नियंत्रण जल्दी संभव है। मधुमेह प्रशिक्षक जेपी मिश्रा ने कहा कि कम उम्र में मधुमेह से पीडि़त होने वाले बच्चों को शादी-विवाह की समस्या से रूबरू होना पड़ रहा है। उन्होंने नारा दिया कि जन-जन को जगाना है, मधुमेह को भगाना है।
भारत को बचाना है पिज्जा, बर्गर और मिठाई अपने साथ मधुमेह ले आई। अगर स्वस्थ और प्रसन्नचित रहना है तो फास्ट फूड को बॉय-बॉय करना पड़ेगा। शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों पारुल, मिलेनियम, श्रेया टंडन, चैतन्य सर्णा, अभ्या बरनवाल, सावन प्रकाश तथा आईटी बीएचयू में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले उमेश सिंह को सम्मानित किया गया। अध्यक्षता डा. केसी गुप्ता तथा संचालन जेपी मिश्रा ने किया।
Post a Comment