सिरसा. सड़क दुर्घटनाओं की वजह यातायात नियमों का सही ढंग से पालना न करना मुख्य कारण के तौर पर सामने आता है। इसी कारण जिला पुलिस अधीक्षक ने वाहन चालकों को जागरूक करने की योजना बनाई है। इसके लिए जिला में आरएसओ (रोड सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन) को पुनगर्ठित किया जाएगा। एसपी देवेंद्र यादव ने बतौर अध्यक्ष पुरानी कार्यकारिणी को भंग कर दिया है, जिसके चलते अब ऑर्गेनाइजेशन के पुराने जारी किए गए पहचान-पत्र निरस्त कर दिए हैं। नई कार्यकारिणी गठन से पूर्व सदस्य बनने के आवेदन मांगे गए हैं और 10 दिसंबर से पूर्व कार्यकारिणी का गठन कर दिया जाएगा।
पुलिस थाना व चौकियों में मिलेंगे फॉर्म
एसपी ने बताया कि जिलाभर के पुलिस थानों व चौकियों के अलावा यातायात पुलिस थाना में सदस्यता फॉर्म रखे गए हैं जहां कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है। वहीं ऑर्गेनाइजेशन में जिला प्रधान के तौर पर एसपी होंगे तो उपमंडल, ब्लॉक व खंड स्तर पर संबंधित थानों के एसएचओ क्षेत्रवार प्रधान होंगे।
इन वर्गों से सदस्य बनाने पर रहेगा जोर
वैसे तो कोई भी स्वयंसेवी व्यक्ति सदस्य बनने के लिए आवेदन कर सकता है। इसके अलावा आरएसओ में सिविल अस्पताल से डॉक्टर, वकील, लायंस क्लब व अन्य सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों को सदस्य बनाने को भी योजना में शामिल किया है। वहीं पैदल चलने वाले से लेकर रिक्शा, थ्री-व्हीलर, कार, ट्रैक्टर व ट्रक ड्राईवरों को भी आरएसओ में लिया जाएगा तो स्कूल, कॉलेज, आईटीआई, पॉलीटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल व संचालकों को भी आरएसओ के साथ जोड़ेंगे। सदस्यता से पहले पुलिस करेगी चरित्र जांच आरएसओ का सदस्य बनाने से पहले पुलिस आवेदक के चरित्र की जांच करेगी। आपराधिक रिकॉर्ड की पड़ताल की जाएगी, वहीं सामाजिक तौर पर भी जांच के बाद सदस्य बनाएंगे।
वाहन जांच के समय आरएसओ के सदस्य पुलिस के साथ रहेंगे। यादव ने बताया कि पुलिस को सहयोग करना ही आरएसओ का मुख्य काम होगा। इसलिए आरएसओ यातायात व्यवस्था सुचारू करने के लिए योजना बनाएगी। जेबरा लाइन लगवाने, एंगल स्ट्रिप की जगह आदि के बारे में राय आरएसओ देगी जिस पर पुलिस अमल करेगी। होर्डिंग, पंफलेट के साथ-साथ वाहन चालकों को खुद भी यातायात नियमों के बारे में बताना आरएसओ के कार्य में शामिल होगा। वाहन जांच के दौरान वीडियोग्राफी करवाने की योजना पर भी पुलिस काम कर रही है जो जल्द लागू होने की उम्मीद है।
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