करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ़. महावीर इंटरनेशनल के सहयोग से भगवानीदेवी पत्नी स्व.कुशालचंद चिलाना निवासी वार्ड नं 30 के मरणोपरांत नेत्रों का दान हुआ। उनका निधन 28 नवम्बर को हो जाने पर चन्द्रप्रकाश ने उनके नेत्रों के दान के लिए परिवारजनों को प्रेरित किया। उनके पुत्रों राजकुमार व गुरदित्ताराम की स्वीकृति मिलने पर महावीर इंटरनेशनल के अध्यक्ष नरेन्द्र चाहर व विजय रॉयल ने नेत्रों को उत्सारित किया व श्री जगदम्बा धर्मार्थ नेत्र चिकित्सालय श्रीगंगानगर भिजवाया। इस कार्य में संस्था के नीरज डांग व संजय बैद का सहयोग रहा।
विशेष-स्व. कुशालचंद चिलाना संघर्षशील व्यक्तित्व के धनी थे। सन् 1975 में आपातकाल में वे श्रीगंगानगर जेल में महीनों तक बंद रहे थे। उनके भाई श्यामलाल चिलाना भी आपातकाल में बंदी रहे हैं। दोनों भाईयों ने पुलिस के जुल्म भी सहे। गुरूशरण छाबड़ा भी उन दिनों जेल में थे और यह संवाददाता भी जेल में था। भगवानीदेवी को भाव भीनी श्रद्धांजलि।
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