बांसवाड़ा. समाजसेवी लेखराज सराफ का गुरुवार को रात्रि 10.30 बजे निधन हो गया है। लेखराज सराफ के निधन पर जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों आदि ने उनके निवास पर पहुंच कर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। उनकी अंतिम यात्रा शुक्रवार को निकाली गई, जिसमें शहर के संभ्रांत नागरिकों ने भाग लिया। मुक्ति धाम पर दिवंगत लेखराज सराफ के बड़े पुत्र अनिल सराफ ने चिता को मुखाग्नि दी।
17 सितंबर 1934 को जन्मे लेखराज सराफ राजकीय महाविद्यालय बांसवाड़ा की विद्यार्थी एसोसिएशन के प्रथम अध्यक्ष रहे। बाद में उन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में अनवरत कार्य किया। वे पंच पीपली चौक नेमा महाजन समाज के दो बार अध्यक्ष रहे। बाद में वे महावीर विकलांग सहायता समिति, सेवा मंदिर संस्थान,नारायण सेवा संस्थान,इंडस्ट्री एसोसिएशन,रोटरी क्लब,अंकुर शिक्षण संस्था,रेड क्रॉस सोसायटी आदि के अध्यक्ष रहे। साथ ही उन्होंने विकलांगों की सहायता के लिए काफी कार्य किए। उन्हें सेवा कार्यों के लिए तत्कालीन जिला कलेक्टरों,भूकंप पीडि़तों की सहायता के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हाराव,शहीदों के परिजनों के लिए सहायता राशि भिजवाने पर 1999 में तत्कालीन मुख्य मंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रशंसा पत्र दिए गए।
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