रतलाम। जन चेतना परिषद की ओर से संचालित पोलो ग्राउंड स्थित मंदबुद्धि एवं मूक बधिर माध्यमिक विद्यालय के बच्चों की अंगुलियां अब की बोर्ड पर थिरकती नजर आएगी, वहीं बालिकाएं कपड़े की सिलाई सीखेंगी।
इन बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विद्यालय में व्यावसायिक प्रशिक्षण का शुभारंभ सोमवार को हुआ। यह संभव हुआ है पंजाब नेशनल बैंक की धानमंडी शाखा एवं झालानी परिवार के सहयोग से। बच्चों को प्रशिक्षण के लिए बैंक ने कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व योजना के तहत विद्यालय को 5 सिलाई मशीनें व झालानी परिवार ने 5 कम्प्यूटर प्रदान किए हैं।
शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि बैंक के महाप्रबंधक संतोष मदान, मंडल प्रमुख बृजमोहन पाधा थे। अध्यक्षता पूर्व विधायक शिवकुमार झालानी ने की। विशेष अतिथि एसके शर्मा मुख्य प्रबंधक मंडल कार्यालय (इंदौर), वरिष्ठ प्रबंधक अशोक माहेश्वरी (शाखा धानमंडी), शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी भविष्य कुमार खोब्रागड़े एवं समाजसेवी नरेश झालानी थे। स्वागत दानिश खान एवं संस्था अध्यक्ष एमएल दुबे ने करते हुए संस्था की गतिविधियों से अवगत कराया। इस मौके पर कुमारी दीपा एवं आयुषी ने एकल नृत्य प्रस्तुत किया। संचालन प्राचार्य सतीश तिवारी ने किया। आभार पंचायत एवं सामाजिक न्याय के उपसंचालक केएन जोशी ने माना।
बच्चों को आईटीआई से प्रमाण पत्र मिलेंगे
स्पर्श अभियान के अंतर्गत इस प्रकार के बच्चों के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। 14 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को व्यावसायिक गुर सीखने पर आईटीआई की ओर प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। इस पर होने वाला खर्च शहरी विभाग अभिकरण उठाएगा।
शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि बैंक के महाप्रबंधक संतोष मदान, मंडल प्रमुख बृजमोहन पाधा थे। अध्यक्षता पूर्व विधायक शिवकुमार झालानी ने की। विशेष अतिथि एसके शर्मा मुख्य प्रबंधक मंडल कार्यालय (इंदौर), वरिष्ठ प्रबंधक अशोक माहेश्वरी (शाखा धानमंडी), शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी भविष्य कुमार खोब्रागड़े एवं समाजसेवी नरेश झालानी थे। स्वागत दानिश खान एवं संस्था अध्यक्ष एमएल दुबे ने करते हुए संस्था की गतिविधियों से अवगत कराया। इस मौके पर कुमारी दीपा एवं आयुषी ने एकल नृत्य प्रस्तुत किया। संचालन प्राचार्य सतीश तिवारी ने किया। आभार पंचायत एवं सामाजिक न्याय के उपसंचालक केएन जोशी ने माना।
बच्चों को आईटीआई से प्रमाण पत्र मिलेंगे
स्पर्श अभियान के अंतर्गत इस प्रकार के बच्चों के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। 14 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को व्यावसायिक गुर सीखने पर आईटीआई की ओर प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। इस पर होने वाला खर्च शहरी विभाग अभिकरण उठाएगा।
भविष्य कुमार खोब्रागड़े, परियोजना अधिकारी, शहरी विकास अभिकरण रतलाम।
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